Dooba Dooba is a song in Hindi
Sez on the beat boy
मैं रहू खोया खोया
डूबा डूबा डूबा..
मुझे भाए ना ये सुबाह भाई
मैं चलू दुनिया ये लेके
सब हैं जुदा जुदा
यहाँ दिल से ना जुड़ा कोई
मैं करूँ जो भी कर्म
करू जैसे कोई पूजा
ना दिखे कोई दूजा भाई
बनने चला कोई राम कोई रहींम
कोई... खुदा
पर है ना कोई अजूबा भाई
मुझे भी नहीं मेरी बीती ज़िन्दगी अँधेरी
ये राग और संगीत बस यही
ज़िंदगी है मेरी
वो बन ना पाया कमाल
इश्स ज़िंदगी मे देवी
जिसने अंधेकि कर ज़िंदगी
ना गंदगी मे खेली आए
बचपन मे सब सही था
खोट मान मे कई नई था
होश न्ही था जोश वही था
ढूंदे मान नई नई राह
वक़्त बीता कही गयी बातो पे
सोचा सही सही कहा
वक़्त बीता कई नयी बातो पे
भेजा सही नही था (खिसका)
रईस नही था
हन मुझे तो घिसना ही था
था कुछ भी ठीक ना
सब बीतना ही था
दर्शाई कभी पीठ ना
हारकर भी मुझे जीतना ही था
थ्रो करता ग साइन्स
फक थे साइन्स
यहा पीस साइन्स ना (ग साइन्स)
ईस्ट साइड नही
करूमं north से rise
मिले जो बोहट से भाई
सुने मुझे गौर से
,हू ना मई इस दौर से
हू ना मई इश्स दौड़ मे भाई
फिर भी ये ढूंदे बस मौके
कैसे ये रोके कैसे दें धोके भाई
फिर भी ना मुझे ख़ौफ़ है
जानता मुश्किल ज़िंदगी मौत से भाई
मेरे हौसले फासलों से बड़े
वक़्त भले अंतकाल को ये बढ़े
रंग, रूप,भाषा देख लड़े
20 से भी पहले फास्लो मे खड़े
बादलों के परे सोच ये कहे
सदा के लिए होश मे तू रहे
आज तेरे सब साथ मे चले
बाद तेरे सब राख होने चले बावे
मैं रहु खोया खोया
डूबा डूबा डूबा..
मुझे भाए ना ये सुबा भाई
मैं चालू दुनिया ये लेके
सब हैं जुड़ा जुड़ा
यहाँ दिल से ना जुड़ा कोई
मैं करूँ जो भी कर्म
करू जैसे कोई पूजा
ना दिखे कोई दूजा भाई
बनने चला कोई राम कोई रहीं
कोई... खुदा
पर है ना कोई अजूबा भाई
किस्से और कहानियाँ
बस हिस्से और लड़ाइयाँ (हिस्से)
ईतेहास हैरानियाँ
क्या मेरी ज़िम्मेदारियाँ
वो बोले लिखू शायरियाँ
लिखू जो गुज़ारी रात
दिल की सब भादास वो सुनके कहते
केहदी भारी बात वाह
क्या दस्तूर है ये बता
कारूदो मे सब लापता
कारूदो के आबादी नही
करोड़ो सेज़ ओं थे बीट बॉई
करोड़ो की है आपदा
ना सुनाने को तैयार कोई कसीस की क्या व्यथा
सकूं नहीं है इंसान को खून चाहिए
बदले की आग में झुलसती धरती रूप कई
मैं ना कहता खुद को बस बाबे की तू सही है
बेफज़ूल ही सही मेरे पर कुछ असूल सही है
दुनिया का लिया ना लिया भार मैंने उधर मैंने
ना किया ना कभी उपकार मैंने
पर देखलिया दुनिया को ज़ार ज़ार मैंने
महसूस किया है दुनिया की नफरत और प्यार मैंने
कितने वार पैने कितनी बार सहने
राज़ गहरे दीखते साथ बहते मेरे
साथ मेरे कितने है खिलाफ तेरे
बिखरे हैं सांस मेरे कुछ ना है पास
ये मतलबी साला जग है मतलबी हाँ
शर्त लगी हाँ सब है मतलबी यहाँ
बातचीत में ना ालाब देखे कहीं ना
ये सपने भी अपने भी अजनबी सब
मत्लभी यहाँ मैं भी और सब ही
पैसा चक मैला सब
कैसी मत माहि सच
ज़िन्दगी है तेरी ऐसी क़र्ज़ भरी
रुके नब्ज जब भी करे तुझे तभी
मैं रहु खोया खोया
डूबा डूबा डूबा..
मुझे भाए ना ये सुबा भाई
मैं चालू दुनिया ये लेके
सब हैं जुड़ा जुड़ा
यहाँ दिल से ना जुड़ा कोई
मई करूँ जो भी कर्म
करू जैसे कोई पूजा
ना दिखे कोई दूजा भाई
बनने चला कोई राम कोई रहींम
कोई... खुदा
पर है ना कोई अजूबा भाई