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Raat Gahari Hai lyrics

Performer Anup Jalota

Raat Gahari Hai song lyrics by Anup Jalota official

Raat Gahari Hai is a song in Hindi

रात गहरी है समन्दर की तरह
रात गहरी है समन्दर की तरह
डूबता जाता हूँ पत्थर की तरह
रात गहरी है समन्दर की तरह

तुमसे मिलते हुए डर लगता है
तुमसे मिलते हुए डर लगता है
क्या छुपा रखा है खंजर की तरह
क्या छुपा रखा है खंजर की तरह
डूबता जाता हूँ पत्थर की तरह
रात गहरी है समन्दर की तरह

वक्‍त ने फेंक रखा है मुझको
वक्‍त ने फेंक रखा है मुझको
दूर टूटे हुए सागर की तरह
दूर टूटे हुए सागर की वरह
डूबता जाता हूँ पत्थर की तरह
रात गहरी है समन्दर की तरह

मैं जहाँ जाऊ यहीं वीरानी
मैं जहाँ जाऊ यहीं वीरानी
सारी दुनिया है मेरे घर की तरह
सारी दुनिया है मेरे घर की तरह
डूबता जाता हूँ पत्थर की तरह
रात गहरी है समन्दर की तरह
रात गहरी है समन्दर की तरह
Lyrics copyright : legal lyrics licensed by Lyricfind.
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