song lyrics / मोहम्मद रफ़ी / Yeh Shama To Jali lyrics  | FRen Français

Yeh Shama To Jali lyrics

Performer मोहम्मद रफ़ी

Yeh Shama To Jali song lyrics by मोहम्मद रफ़ी official

Yeh Shama To Jali is a song in Hindi

ये शमा तो जली रौशनी के लिए
इस शामा से कहीं आग लग जाए तो
ये शमा क्या करे
ये शमा तो जली रौशनी के लिए
इस शामा से कहीं आग लग जाए तो
ये शमा क्या करे
ये हवा तो चली सांस ले हर कोई
घर किसी का उजड़ जाए आंधी में तो
ये हवा क्या करे

चल के पूरब से ठंडी हवा आ गयी
चल के पूरब से ठंडी हवा आ गयी
उठ के पर्वत से काली घटा छा गयी
ये घटा तो उठि प्यास सबकी बुझि
आशियाँ पे किसी के गिरीं बिजलियां तो
ये घाटा क्या करे
ये शमा तो जली रौशनी के लिए
ओ ओ हो ओ हो हो

पूछता हूँ मैं सबसे कोई दे जवाब
पूछता हूँ मैं सबसे कोई दे जवाब
नाखुदा की भला क्या खता है जनाब
नाखुदा ले के साहिल के जानिब चला
डूब जाए सफीना जो मंझधार में तो
नाखुदा क्या करे
ये शमा तो जली रौशनी के लिए

वो जो उलझन सी तेरे ख्यालों में है
वो जो उलझन सी तेरे ख्यालों में है
वो इशारा भी मेरे सवालों में है
ये निगाह तो मिली देखने के लिए
पर कहीं ये नज़र धोखा खा जाए तो तो
ये निगाह क्या करे
ये शमा तो जली रौशनी के लिए
इस शमा से कहीं आग लग जाए तो
ये शमा क्या करे
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
Lyrics copyright : legal lyrics licensed by Lyricfind.
No unauthorized reproduction of lyric.
Writers: Laxmikant Pyarelal, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, KUDALKAR LAXMIKANT, PYARELAL RAMPRASAD SHARMA
Copyright: Royalty Network

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