song lyrics / अमित त्रिवेदी / Khidki lyrics  | FRen Français

Khidki lyrics

Performers Amit Trivediमोहन कन्ननलारा पिंटोकेशिया ब्रिगेंज़ाअमित त्रिवेदी

Khidki song lyrics by अमित त्रिवेदी official

Khidki is a song in Hindi

पर्दों के पीछे से
झांके खिड़की
खुलने को बोलो तोह
कुंडियां खिचे खिड़की
हवा करे है ख़ट ख़ट कब से
खुलने को बोलो तोह
कुंडियां खिचे खिड़की
अब खुल जा रे खुल जा रे खुल भी जा न खिड़की
ओ रे खिड़की
अब खुल जा रे खुल जा रे खुल भी जा न खिड़की
ओ रे खिड़की
दीवार के पार भी दुनिया है रे खिड़की
ओ रे खिड़की
ओ अब खुल जा रे खुल जा रे खुल भी जा न खिड़की
ओ रे खिड़की
छुपी छुपी सी क्यूँ है जग से
चुप चुप चाप सी बैठी है कब से
बोल दे कुछ तोह कसम है ये किसकी
धुप गिरी है धीमी आंच पे
ओस गिरी है तेरे कांच पे
ऊँगली से कुछ कुछ है ये कहती

देखो एक तरफ है सुबह हो चली
पर अंदर अभी भी रातें न ढली
अब धुल छटक के भूल जा न बिसरि
रुख मोड़ दे अब तोह खोल दे ज़िन्दगी
अब खुल जा रे खुल जा रे खुल भी जा न खिड़की
ओ रे खिड़की
अब खुल जा रे खुल जा रे खुल भी जा न खिड़की
ओ रे खिड़की
दीवार के पार भी दुनिया है रे खिड़की
ओ रे खिड़की
अब खुल जा रे खुल जा रे खुल भी जा न खिड़की
ओ रे खिड़की
छुपी छुपी सी क्यूँ है जग से
चुप चुप चाप सी बैठी है कब से
बोल दे कुछ तोह कसम है ये किसकी
धुप गिरी है धीमी आंच पे
ओस गिरी है तेरे कांच पे
ऊँगली से कुछ कुछ है ये कहती
Lyrics copyright : legal lyrics licensed by Lyricfind.
No unauthorized reproduction of lyric.

Comments for Khidki lyrics

Name/Nickname
Comment
Copyright © 2004-2024 NET VADOR - All rights reserved. www.paroles-musique.com/eng/
Member login

Log in or create an account...

Forgot your password ?
OR
REGISTER
Select in the following order :
1| symbol to the right of the suitcase
2| symbol at the top of the house
3| symbol to the right of the envelope
grid grid grid
grid grid grid
grid grid grid