song lyrics / अभिजित सावंत / Firaak Main lyrics  | FRen Français

Firaak Main lyrics

Performers अभिजीत सावंतअभिजित सावंत

Firaak Main song lyrics by अभिजित सावंत official

Firaak Main is a song in Hindi

दर्द दफन है
दफन हर चाह भी
दर्द दफन है
दफन हर चाह भी
वक़्त का सितम है के
बढ़ता ही जा राहा
ज़ालिम मानीज़ीलों का
फरमान आ रहा
गुम सूम बेख़बर राहे
सुलगती सुलगती हैं ये आहें
ज़ख़्म जाने कब भरे
आँखे खुद से ना मिले
फिराक मैं रूह यह सुखुन की
फिराक मैं नज़रें नूर की
फिराक मैं रूह ये सुखुन की
फिराक मैं नज़रें नूर की

फिराक मैं राक राक
फिराक मैं राक राक
गुज़रा जा रहा हर पल
कैसे इंतज़ारों में
रात ही है जब यहाँ
दिल की दीवारों में
तन्हा जीना यहाँ
तन्हा मारना यहाँ
ज़ख़्म जाने कब भरे
आँखे खुद से ना मिले
फिराक मैं रूह यह सुखुन की
फिराक मैं नज़रें नूर की
फिराक मैं रूह ये सुखुन की
फिराक मैं नज़रें नूर की

बहती अश्कों की लेहेर
अब्ब ना थम पायेगी
यादें सारी हँसी
संग वो ले जाएगी
घम से लड़ना भी क्या
हासिल हो ना है क्या
तकदिरों के फ़ैसले
ज़िंदा है पर ना जिए
फिराक मैं रूह ये सुखुन की
फिराक मैं नज़रें नूर की
फिराक मैं रूह ये सुखुन की
फिराक मैं नज़रें नूर की(फिराक)
Lyrics copyright : legal lyrics licensed by Lyricfind.
No unauthorized reproduction of lyric.

Comments for Firaak Main lyrics

Name/Nickname
Comment
Copyright © 2004-2024 NET VADOR - All rights reserved. www.paroles-musique.com/eng/
Member login

Log in or create an account...

Forgot your password ?
OR
REGISTER
Select in the following order :
1| symbol at the bottom of the envelope
2| symbol at the bottom of the bulb
3| symbol at the bottom of the camera
grid grid grid
grid grid grid
grid grid grid