song lyrics / मोहाम्मद रफ़ी / Dhal Chuki Sham-E-Gham lyrics  | FRen Français

Dhal Chuki Sham-E-Gham lyrics

Performers Mohammed Rafiमोहाम्मद रफ़ी

Dhal Chuki Sham-E-Gham song lyrics by मोहाम्मद रफ़ी official

Dhal Chuki Sham-E-Gham is a song in Hindi

ढल चुकी शाम-ए-ग़म मुस्करा ले सनम
इक नई सुबह दुनिया में आने को है
प्यार सजने लगा साज बजने लगा
ज़िन्दगी दिल के तारों पे गाने को है
ढल चुकी शाम-ए-ग़म मुस्करा ले सनम

आज पायल भी है नग़्मा-ए-दिल भी है
रंग-ए-उल्फ़त बहारों में शामिल भी है
आज पायल भी है
आज पायल भी है नग़्मा-ए-दिल भी है
रंग-ए-उल्फ़त बहारों में शामिल भी है
आ गई है मिलन की सुहानी घड़ी
वक़्त की ताल पर नाचती है ख़ुशी
नाचती है ख़ुशी

घुँघरुओं की सदा रंग लाने को है
ढल चुकी शाम-ए-ग़म मुस्करा ले सनम
इक नई सुबह दुनिया में आने को है

झूमते आ रहे हैं ज़माने नए
हसरतें गा रही हैं तराने नए
झूमते आ रहे हैं ज़माने नए
हसरतें गा रही हैं तराने नए
आज दिल की तमन्ना निकल जाएगी
गीत होगा यही लय बदल जाएगी
लय बदल जाएगी

इक नया राग क़िस्मत सुनाने को है
प्यार सजने लगा साज बजने लगा
ज़िन्दगी दिल के तारों पे गाने को है
ढल चुकी शाम-ए-ग़म मुस्करा ले सनम
Lyrics copyright : legal lyrics licensed by Lyricfind.
No unauthorized reproduction of lyric.
Writers: Naushad, Shakeel Badayuni
Copyright: Royalty Network

Comments for Dhal Chuki Sham-E-Gham lyrics

Name/Nickname
Comment
Copyright © 2004-2024 NET VADOR - All rights reserved. www.paroles-musique.com/eng/
Member login

Log in or create an account...

Forgot your password ?
OR
REGISTER
Select in the following order :
1| symbol to the right of the bulb
2| symbol to the right of the eye
3| symbol to the left of the clock
grid grid grid
grid grid grid
grid grid grid