Marne Ke Baad Bhi... est une chanson en Hindi
सांसों के साथ भी और मरने के बाद भी
रहूँगा अमर मैं
चाहे ये खाल और ये मांस सदे कबर में
हम सिर्फ मनुष्य नहीं हैं
हम एक सदाबहार संसनीखेज़ ख़बर हैं
दोस्तों पे छुड़ाके जान
वो मेरी संगत का असर है
दिल में है अगर संस्कार
वो पैदाइश के तहत हैं
पर इस दोस्ती और पैदाइश दोनों की होरी आज़माइश
चीज़ें बद से बदतर होती पर करूँ ना मैं नुमाइश
बस दबाऊं बातें दिल में
फिर कोहरे में वो खो जाए
फिर खोजूँ कभी खुदको
तो बस लगता है दम घुट्ट रहा है
कभी कभी मैं सोचूं क्या ये मुझे सच में करते महसूस
या फिर ये बस निकल रहे हैं अपना मतलब, कर रहे हैं मेरा उसे
मैं बचपन से नहीं था होशियार
पर अब नहीं हूँ मैं कोई बचा
तो जवाब हो तेरा जोभी बस होना चाहिए वो सचा
और होना चाहिए वो दिल से
और होना चाहिए वो पक्का
अगर तू चाहे के मैं आऊँ
तो फिर कह मत मुझे कि मत आ
मिली एक परी ऊपरसे और मैंने उसका दिल कुछ ऐसा तोड़ दिया
के भगवान और शैतान दोनों ने मुझे अकेला छोड़ दिया
हुए कुछ ऐसे हादसे जिन्होंने अंदर झी झोर दिया
और मन ही मन, खुद के पतन का रास्ता भी खोद दिया
पर मेरा नाम है 1/2 सीढ़े मौत, एन्कोर बैक टू बैक वन्स मोरे यानी जो भी करे काम देते उसमें पूरा सौ
अब लग्ग चुका है अब पूरा ज़ोर और
है बहुत ही गर्व हमपे साहिल भाई और अपूर्वा को तो
एक पार्क में साइफर करते थे मिला में वही इस बंदे से पूछा सवाल एक आसान सा
जवाब ना इसपे ना मेरपे
रुके हम किसके लिए थे थे सपने दोनों क एक ही
तो थी उम्मीद एक दूसरे से
और दोस्त थे साथ कुछ शुरु से
पर एक दो सांप और पिस्सु थे
जब घर से दूर था आस पास
सेज युंगी रवाल कोड गुरु थे
18/9 बजता था स्पीकर्स पे हिप हॉप पूरे दिन
याद है जब सीन हिप हॉप पे हँसता था अब नी होते फेस्टिवल हमारे बिन
अब देख कौन हश्रा किसपे खारा है मेहनत की और नोट रहा है गिन
वही लौंडे जो सड़कों पे साइफर करते थे अब जीत रहे हर दिन
और जी रहे वही जिंदगी याद है क्या बोला था उस दिन में
चैन से खुलती बोतल अब और चैने चमके बनती फिल्में
लौंडे हीरे बावे
भूके थे सीन ही खाए
हैं दिल्ली में तीन होकागे
थाके नी
लौंडो का भार उठाके
लों की ली झुकाके सीन पूछरा है
सालों से अल्बम कहां हैं ये कब निपटाएंगे
यहाँ हम भी कर रहे हैं इंतज़ार, ये शब्द कब आप तक जाएंगे
और पहुंचे जब याद रखना, आप ही की वजह से ये लौंडे छाए हैं
आप ही का तो साथ है कायम
एसएम नेशन बाप हैं भाई हम
और मुझे मालूम इनकी फटी जब एक गीत आए
क्या होगा जब 17 गाने फेके, सीधे मौत और सेज़ ऑन द बीट बोई
बस जीतना है
और नहीं होता सब्र
खोते खुदको ये गाने नहीं लिखे होते अगर
होगा अफ़सोस नहीं कल को अगर मैं मर भी जाऊं
सांसों के साथ और मरने के बाद भी
रहेंगे अमर
नयाब
मेघा क्या तुमने सरिता के बच्चों को देखा है?
यार काफ़ी बड़े रैपर बन गए अब तो
गानों में तो गालियां अभी भी रहती हैं उनकी
पता नहीं सरिता कैसे संभाल रही है?
मैं तो घर में न घुसने दूं ऐसे लफ़ंगो को
एम्म, हाँ, मेरी बेटी गई थी उनके शो में
चलो वो सब छोड़ो, अह, ये बताओ कि
मीनाल ने तुम्हें क्या बोला था पिछले हफ्ते?
अच्छा, हाँ मुझे भी यही बोला था