Kohra est une chanson en Hindi
वापस लौट आया था जहाँ से
उसी राह पे फिर चल पड़ा हूँ
ऐ जालिम हसीना
मैं बस तेरे ग़म गिन रहा हूँ
क्या वाक़ई में हल है?
या मैं बस ज़ाया वक़्त कर रहा हूँ?
या मैं पक्का सही हूँ
या मैं सही में अंधा हो चुका हूँ?
हम सब हैं एक लत में
और किसी को कुछ समझ नहीं आता
बस बच रहे हैं दर्द से
और चल रहे हैं जब तक हो चल पाना
तू आसमान की पंछी है पानी में
और तैरना नहीं आता
तो इसमें तेरी क्या गलती?
दिल पे
चोट है
और सर पे
बहुत है
पर लड़के
सॉर्ट हैं
बस चाहते
मोक्ष हैं
मैं कबसे
लिख लिख दर्द दूर दूर कर फुट फुट रोया
बूँद बूँद जमा खून खून खौला
कमी महसूस हुई खूब मेरे खून की बस
पर यहाँ भी धुंधली छत
और कट्टा है चूतिया सबका
अब याद नहीं वो दिन जब मैं दर्द और इस दूरी को
देता था शून्य फ*कस हाँ
इन सपनों के नशों में अंधा
था भूला कुछ ज़रूरी बंदा
रईस पर प्यार से कंगाल
लोग पूछते हैं
कि दर्द क्यों लिखता है
क्योंकि दर्द बांटता हूँ तो दर्द
कम लगता है
मुझमें नहीं है ईगो तो झूठ नहीं लिखता मैं
तुमसे बात करता हूँ तो दिल भर उठता है
पापों का भर चुका घड़ा
बस लिखता हूँ बड़ा
पर नहीं हूँ हालातों से बड़ा
मैं नहीं हूँ
इन रातों से बड़ा
इन सांसों जज़्बातों से बड़ा जो निर्भर है मुझपे
तो पैरों पे खड़ा हूँ खुदके
इन पैरों पे खड़ा हूँ खुदसे
अब देखूं ना कभी भी मुड़के
तो चाहे और जितना भी लुढ़के
हम पहले से ज़्यादा चतुर हैं
छाती में धुआँ ग़ज़ब है
तो भी मैं खींचता जाऊं
भेजे में कोहरा बहुत है
कैसे ये धुंध उठाऊं
सही इरादे और भूल चूक
दोनों ही भूल सा रहा हूँ
भेजे में कोहरा बहुत है
यहाँ हो चुके आँखों से अंधे
बस मुझे देखते जाओ
कैसे लगाके मुखौटा
मैं रोते हुए मुस्कुराऊं
जूते भी देते नहीं साथ अब
मैं सही में थक चुका हूँ
फँस चुका हूँ
मर सा रहा हूँ
डर रहा
हमेशा से मोटो था एक ही बस गो वर्क
ज़िंदगी ले क्लास
वर्सेस हैं होमवर्क
वर्सेस उन लोगों के जो रखे 2 मुंह, यहाँ पे हैं 2 सर
ओह हाँ
थोड़े से वोक और थोड़े से लोफर
थोड़ा से लोग और दिए हैं खो
पर अब होता है नो दर्द
छाती में धुआँ ग़ज़ब है
तो भी मैं खींचता जाऊं
और कब तक दब के जिऊं ये छल कपट सी जिंदगी
मैं कल सफल नहीं हुआ तो शर्म से मर न जाऊं
ये लत कमीनी कपकपी जो हुई थी कम वो झट से वापस आई फिर मैं भी
वापस लौट आया था जहाँ से
उसी राह पे फिर चल पड़ा हूँ
ऐ जालिम हसीना
मैं बस तेरे ग़म गिन रहा हूँ
क्या वाक़ई में हाल है?
या मैं बस ज़ाया वक़्त कर रहा हूँ?
या मैं पक्का सही हूँ
या मैं सही में अंधा हो चुका हूँ
Sez on the beat boy