ZINDAGI est une chanson en Hindi
मैं मेहनत से आया हूँ यहाँ तक
तू रहता बस किस्मात को कोस्टा
जिस बधवे को साँप बुलाता में
वो आज मा का लो*आ पहले दोस्त था
वो बंदी के पिच्चे बदल गया
में भी क्या करता
में फसा था लूप में
परसो रात कॉल पे बोला वो
कहाँ पे?
में बोला तेरी मा की च** में
मैं ऐसे नही आएला यहाँ तक
मा से पूछ के कैसे हालत थे
बाप कमाता था जितना
उसी भी ज़्यादा भाई के
खर्चे दवाई के
और आज पैसा नही संभाल रहा
एक था वक़्त जब खर्चो से बन थे
आज बुधिया की हाइप तो चेक कर
सब्जी भी लेने जेया रही
वो मसटॅंग में
और आज देख सॅडी डिज़ाइनर है
आइस दिलारी के बाटों से पैरों तक
उस बाप को क्याही दिला डून वो
कुश रहता खुशी बीटन को देख कर
यह फॅक्ट है फ्लेक्स भी है
चिल्लर भी गीने आज लहक्स भी है
दोणू भाइयों नई बना डाला यहा पाई एंपाइयर
तू खाली बसस देखता रह
हन दिल र्हकता सॉफ मैं
कभी भी किसी का बूरा नही माँगता
शायद तभी मैं तराकी च्छुरे ला
लड़का यह हीरा है खुदा भी जनता
मेरी बंदी का फ्लेक्स तो चेक कर
बाप की स्विफ्ट से बंदी की गाड़ी में
यह स्क्वाड व्क़ुअद मेरेको नही जमता रे बाबा
तभी बंदी छाईए साड़ी में
पर आज भी यादें आ जाती है
आपकी जब भी मैं तारों को घोरता
तू शायद से रोशनी थी रे
ज़िंदगी की तभी तो अंडीरा दूर था
आज भी रोता मैं रातों को
आज भी गीला होते
तेरी यादों से नैन है यह
तू दूर है तभी भी चैन है
दिल को मेरे
तू जहाँ भी जैसे भी है
बस वादा कर द्यान तू रख लेगा
होना है इतना माशूर की
मेरे जनाज़े पे जहाँ यह निकले गा
बुत तभी भी दिल मैं
ना होगी यह शांति कुनकी
वोही नही निकलेगा यूयेसेस दिन
जिसकी वजह से मेरा
ये जिनज़ा निकलाई गा
अभी भी लिहकटा हूँ आप पे गाने यह
अभी भी मेरे यह हाथ पैर काँटे
अभी भी जॉइंट है मूह पे लगा रखा
अभी भी तेरे हम नाम से चीखते
पैसा कमा लिया बोहोत
प्यार का भोका हूँ प्यार की भीक दे
तू मिलके भी आँखें चुरा लेती
मेरे से साली तू सच मैं ही डीथ है
इश्स दिल की बात दिल पे नही रखता
मैं जो भी हूँ मूह पे मूह पे हूँ बोलता
तू दर्र के क्या करेगा जानेमन
मैं साप सा रिंग मॅट दुनिया यह नेवला
यह कक्चा चबा डाले तेरे को
खुधी से घुट रहा तू कैसा इंसान है
अपनी मा का द्यान रख छू**ये
सुना नही तूने मा बाप भगवान है
स्मोकिंग मे अर्ब्स आंड पर्ल्स
मतलब पे यह करती मतलब के कॉल्स
ऐसे से रिश्तों का क्या ही है फयडा
मार जाना पैसों के पीछे इंसान
आज भी आंब्युलेन्स निकलती बघल से
तो मैं हूँ दुआ हूँ
करता की उसको सलामत रख
क्या कोई और करेगा दुआ जब
मैं रहेगा वाहा जब मेरा बुरा वक़्त
ब्लिंग ब्लिंग करे अब चेन्स से मेरी
और आइस नाइस पाई फसाई ना याई पूरा फ़्रीज़ है एंड तक रहउगा क्रीस पर
महनत का बीज र्हका हुवा है * के बीच मई
गानो फील डू कला गई अहसी है
मैईनाई ज छोड़ी है ग़लती वो टैरी है
कॅटन गा ज़ूबा जिस सई भी बीफ और
शहर का नाम
एक हाथ मैं कलम और दूजे मैं कच्ची है
यह कला कुछ चीज ही ऐसी है
यह कला कुछ चीज ही ऐसी है
मैं महनत से आया हू यहा तक
तू रहता बस किस्मत को कोस्टा
जिस बाहड़वई को सात बुलाता मैं आज
वो मा का लोड्ा पहलाई दोस्त था
वो बंदी के पिचाई बदल गया
,मैं भी क्या करता मैं पशा था लूप पर
पर्सू रात फोन पाई बोला वो कहा पाई
मैं बोला कही मा की छू* मैं
मई अहसाही नही आयायला यहा तक
मा सई पूछ कैसै हालत थाई’ बाप कमाता था
जितना’यूयेसेस सई भी ज़ेयडा थाई
बही के करचाई दवाई के ‘और अज्ज धक पैसा नही संबल रहा’
एक था वक़्त जब कह्र्चू सई बन थाई
अज्ज भूद्या की हाइप तो चेक कर ‘ वो सब्ज़ी भी लाई नई वो जरीहि मसटॅंग मैं
और अज्ज धक सदी डिज़ाइनर है आइस दिलारी बाटों सई पैरों तक
उस बाप को कायही दिला दूं वो खुश रहता खुशी बातों को धक कर
याई फॅक्ट है फ्लेक्स भी है
छीलर भी गिनाई अज्ज लहक्स भी है
दोणू भाइयों नई बना डाला यहा पाई एंपाइयर
तू खाली बसस धकता रह (तू खाली बसस धकता रह)